India Wholesale Inflation Falls : आम आदमी को दूसरे महीने भी राहत की खबर सामने आई है. सब्जियों, खाद्य पदार्थों और ईंधन के सस्ते होने से थोक महंगाई में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है और यह 1.31 प्रतिशत रही. जुलाई के महीने में थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई 2.04 प्रतिशत रही थी और अगस्त में 0.46 फीसदी घटकर 1.58 हो गई थी. उद्योग मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि फूड आइटम्स, प्रोड्यूस्ड फूड आइटम्स, कपड़ा मैन्यूफैक्चरिंग, मशीनरी और उपकरण की कीमतों में तेजी देखी गई थी.
ईंधन और बिजली में बढ़ी कीमतें
आंकड़ों की माने तो फूड प्रोडक्ट्स की महंगाई आगस्त में महीने में 3.11 प्रतिशत रही थी, जबकि जुलाई में यह 3.45 फीसदी थी. वहीं, अगस्त महीने में सब्जियों की कीमतों में 10.01 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी, जबकि जुलाई के महीने में 8.93 प्रतिशत थी. वहीं, आलू और प्याज की बात की जाए तो 77.96 और 65.75 प्रतिशत के साथ उच्च स्तर पर बनी रही. ईंधन और बिजली की कैटेगरी में जुलाई में 1.72 प्रतिशत के मुकाबले अगस्त में 0.67 प्रतिशत रही थी.
थोक महंगाई पर RBI देता है ध्यान
पिछले हफ्ते जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई सब्जियों की बढ़ती कीमतों की वजह से जुलाई महीने में 3.60 प्रतिशत और अगस्त में 0.05 प्रतिशत बढ़कर 3.65 फीसदी पर पहुंच गई. वहीं, RBI मौद्रिक नीति तैयार करते समय मुख्य रूप से थोक महंगाई पर ध्यान दिया जाता है, अगर थोक बाजार में गिरावट होती है तो इससे आम लोगों को भी राहत मिलने की उम्मीद की जाती है.
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