Health Alert
बदलते लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान ने ना सिर्फ हमारी बॉडी में बीमारियों को एंट्री दी है। बल्कि, इससे हमें और भी कई दिक्क्तें झेलनी पड़ सकती हैं। आज के दौर में एक औरत के लिए मां बनना जितना मुश्किल है..उतना ही, टफ एक आदमी के लिए पिता बनना भी है।
दरअसल, आजकल अधिकांश मेल पिता ना बन पाने की समस्या से जूझ रहे हैं।
तो क्या है इसके पीछे की वजह? क्यों ज्यादतर मर्दों में इसकी दिक्कत बढ़ने लगी है? और, कैसे इसका इलाज संभव है?आज बेबाक न्यूज लाइव अपनी हेल्थ स्पेशल रिपोर्ट में आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी देने जा रहा है।
दरअसल, पुरुष क्योंकि घर से बाहर ज्यादा वक्त गुजारते हैं इसलिए उनके खानपान का तरीका बिगड़ा रहता है। कई बार उनके दिनचर्या में ऐसी चीजें हावी हो जाती है जो सेहत के लिए हानिकारक होती हैं और ये हानिकारक चीजें उनके शुक्राणु को कमजोर करने के साथ उनके फर्टिलिटी हार्मोन्स को भी इफेक्ट करती हैं।
इसलिए जरूरी है कि आप अपने खानपान को सुधारने के साथ निकोटिन और अलकोहल की आदत को भी बदल दें।अब बताते हैं आपको, वो कारण, जो आपके पिता बनने के सपने के बीच आ सकते हैं?
पिता ना बनने के कारण
1- टेस्टोस्टेटरॉन हार्मोन्स की कमी
टेस्टोस्टेटरॉन एक ऐसा हार्मोन्स जो पुरुषों में पाया जाता है और ये बेहद महत्वपूर्ण हार्मोन होता है बच्चे पैदा करने के लिए। ये ऐसा हार्मोन्स है जो सेक्स की इच्छा ही नहीं पैदा करता बल्कि ये पुरुषों में आंतरिक शक्ति, मासपेशियों को मजबूती, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने वाला भी होता है। ये एकाग्रता को बढ़ा कर पुरुषों के अंदर पुरुषत्व की भावना को पैदा करता है। ये शुक्राणुओं को शक्ति देता है और इसी कारण ये बच्चे पैदा करने वाला सबसे महत्वपूर्ण हार्मोन्स माना गया है। लेकिन जब ये हार्मोन्स पुरुषों के शरीर में कम होता है तो कई तरह की समस्यायें आने लगती हैं।
2- टेस्टोस्टेरॉन की कमी के संकेत
पुरुषों में चिड़चिड़ापन, गुस्सा, सेक्स करने की इच्छा न होना, उदासीनता, शारीरिक और मासपेशियों में कमजोरी आदि दिखने लगती है। इसके साथ ही वेट का बढ़ना, दिल की बीमारी होने का खतरा और थकान बने रहने जैसी दिक्कत बढ़ती जाती है।
3- एस्ट्रोजन हार्मोन्स का कम होना
एस्ट्रोजन हार्मोन्स महिला और पुरुष दोनों में होता है। महिलाओं में ये ज्यादा होता है और पुरुषों में ये कम। महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन्स अंडे बनाने और उसे मजबूती देने के लिए बेहद जरूरी होता है। जबकि पुरुषों में शुक्राणु को पुष्ट बनाने के काम आता है। ये हार्मोन्स फर्टिलाइज हार्मोन माना गया है। लेकिन ये हार्मोन्स कमी से पुरुषों की सेहत पर भी खराब होने लगती है भले ही कम मात्रा में ये पुरुषों में होता है लेकिन इसका असर व्यापक होता है।
4- स्मोकिंग और अल्कोहल
स्मोकिंग आपकी फर्टिलिटी को कम कर सकता है, इसलिए अगर आप पिता बनना चाहते हैं तो स्मोकिंग बिल्कुल भी ना करें। जो पुरुष ज्यादा शराब पीते हैं, उनकी बॉडी में भी स्पर्म का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। इससे फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है और भ्रूण बनने की संभावना कम होती है।
5- स्टेरॉइड्स और अन्य दवाईयां
कई पुरुष बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉइड्स लेते हैं। एनाबोलिक स्टेरॉइड इसके लिए ज्यादा लिया जाता है। ये स्टेरॉइड सेक्स हार्मोंस जैसे कि टेस्टोस्टेरोन से बनता है। ये हार्मोन पुरुषों में स्पर्म के उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं। स्पर्म कम या ना बनने की स्थिति में इनफर्टिलिटी हो जाती है।
वहीं, अब सवाल है कि, इसके लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं?
कौन से उपाय हैं पिता बनने में मददगार?
ग्रीन वेज, प्रोटीन युक्त भोजन के साथ अच्छी मात्रा में फाइबर खाएं।
अलसी,सूरजमूखी और कद्दू के बीज के साथ ही सूखे मेवों खाएं।
एग, चिकेन और फिश खाएं।
7 से 8 घंटे की नींद पूरी करें और तनाव से मुक्त रहें….क्योंकि नींद की कमी आपके हार्मोन्स को असंतुलित कर सकती है।
शराब और सिग्रेट से दूर रहे।