Lok Sabha Speaker Om Birla Emergency Remark: कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने गुरुवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के दिए इमरजेंसी वाले बयान पर कहा कि वो कप्तान हैं और उन्हें पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए. के. सुरेश ने कहा कि यह बेहद दुखद है. हमें स्पीकर से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी, क्योंकि उन्हे हमेशा भेदभाव से दूर रहना चाहिए. मुझे नहीं पता कि BJP की ओर से कोई दबाव था कि उन्होंने ऐसा बयान दिया. उन्होंने अपने बयान में कांग्रेस और इंदिरा गांधी का जिक्र किया है. क्या यही स्पीकर की ड्यूटी होती है? उन्हें स्पीकर पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए.
ओम बिरला ने की इमरजेंसी की निंदा
गौरतलब है कि ओम बिरला ने लोकसभा स्पीकर चुने जाने के बाद बुधवार को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के 1975 में इमरजेंसी लगाने के फैसले की आलोचना करते हुए संविधान पर हमला बताया. इस दौरान ओम बिरला ने इमरजेंसी को लेकर निंदा प्रस्ताव पढ़ा, जिसके खिलाफ संसद में कांग्रेस सांसदों ने जोरदार विरोध किया. बिरला ने प्रस्ताव में कहा कि 25 जून 1975 को लगी इमरजेंसी में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था. मीडिया पर सेंसरशिप लगाई गई
और कोर्ट पर भी पाबंदियां लगा दी गई थीं.
कोटा से सांसद है ओम बिरला
यहां पर बता दें कि कोटा से भारतीय जनता पार्टी सांसद ओम बिरला को 18वीं लोकसभा का स्पीकर चुना गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर ध्वनिमत से ओम बिरला को स्पीकर चुना गया. ओम बिरला करीब दो दशक में लगातार दूसरी बार स्पीकर बनने वाले पहले नेता बन गए हैं. उनसे पहले 2014 से 2019 तक सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष रह चुकी हैं. गौरतलब है कि ओम बिरला ने लोकसभा स्पीकर के इस चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार और 8 बार के सांसद के सुरेश को हराया. ओम बिरला की बात करें तो वह हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान की कोटा सीट से तीसरी बार सांसद चुने गए हैं. वह 2019 में भी सांसद चुने गए थे.