NEET Exam Controversy : नीट एग्जाम में कथित धांधली को लेकर देशभर में छात्र-छात्राएं प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने NEET पेपर के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध का संबंध तेजस्वी यादव से जुड़े अधिकारियों से है. इसके बाद बिहार की राजनीति गरमा गई है और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पलटवार करते हुए कहा कि, ‘उनके निजी सचिव को गिरफ्तार कर सकते हैं, लेकिन पेपर लीक के ‘किंगपिन’ तो सीएम नीतीश कुमार हैं’.
सत्ता पर काबिज होने के बाद भी नहीं पकड़ पा रहे
तेजस्वी यादव ने कहा कि BJP केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता पर काबिज है. उनके पास जांच एजेंसियां हैं, इसके बाद भी वह किसी आरोपी को नहीं पकड़ पाए हैं. उन्होंने कहा कि मैं सीएम से कहना चाहता हूं कि वह मेरे निजी सचिव से पूछताछ करना चाहते हैं तो उन्हें बुला सकते हैं. उपमुख्यमंत्री लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं, लेकिन अभी तक राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने इस पर अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं दी.
नीतीश सरकार में यादवेंदु को मंत्रालय में लाया गया
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया कि RJD नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी प्रीतम कुमार ने ‘सिकंदर यादवेंदु’ के लिए एक कमरा बुक किया था, जिसे NEET-UG पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया. इसके बाद तेजस्वी यादव ने BJP के दावे का खंडन किया और कहा कि मामले में आरोपी जेई सिकंदर यादवेंदु को 2021 में नीतीश-BJP सरकार द्वारा शहरी विकास मंत्रालय में लाया गया था.
नीतीश-आनंद से मुद्दा भटकाना चाहती है BJP
तेजस्वी यादव ने कहा कि, मुख्य आरोपी अमित आनंद और नीतीश कुमार से मुद्दे को भटकाना चाहते हैं. BJP उन्हें क्यों बचाने की कोशिश क्यों कर रही है? तेजस्वी ने ये भी कहा कि, RJD सांसद मनोज झा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक फोटो शेयर की. अगर कोई मुख्य आरोपी है तो पूछताछ के लिए बुलाने में क्या दिक्कत है? वे लोग चाहे तो मेरे पीएस को बुलाकर पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर सकते हैं, मुझे इसमें कोई समस्या नहीं है.
पीएस को जानबूझकर खींचने की कोशिश
पुर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोग इस मामले में भले ही मेरे पीएस का नाम घसीटने की कोशिश कर रहे हैं. जिस जेई बात की जा रही है, भले ही वह इस मामले में लाभार्थी हो लेकिन असली मास्टमाइंड अमित आनंद और नीतीर कुमार हैं. BJP को सबसे पहले आनंद-नीतीश के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.