22 June, 2024
Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा एक हफ्ते में शुरू होने वाली है, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि तीर्थयात्रा के सफल संचालन के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सुविधाओं में सुधार किया गया है. अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन ने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है. इसके साथ ही तीर्थयात्रा को बाधित करने के आतंकवादियों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए उच्चतम स्तर की सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया है.
कब से शुरू होने जा रही है यात्रा
शनिवार सुबह श्रीनगर के राजभवन में अमरनाथ यात्रा की वर्चुअल ‘प्रथम पूजा’ में भाग लेते हुए, सिन्हा ने कहा,’देश भर के तीर्थयात्रियों के लिए दर्शन 29 जून से शुरू होंगे. श्राइन बोर्ड और जे-के प्रशासन ने तीर्थयात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की है. पिछले 2 सालों में यात्रियों के लिए सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है.’ सिन्हा ने कहा कि गुफा मंदिर तक जाने वाली सड़कों को बेहतर किया गया है और इस साल सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा कुछ हिस्सों को चौड़ा किया गया है. पूजा के बाद राजभवन में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि यात्री इस बार आसानी से तीर्थयात्रा कर सकेंगे.’
उपराज्यपाल ने की लोगों से अपील
उपराज्यपाल ने कहा कि सभी धर्मों के लोगों ने हमेशा यात्रा का समर्थन किया और कह, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से खासकर उन इलाकों के लोगों से जहां से यात्रा गुजरती है, अपील करता हूं कि वे इस साल भी यात्रा का समर्थन करने और तीर्थयात्रियों की देखभाल करने की परंपरा को जीवित रखें. शांतिपूर्ण और सुचारू तीर्थयात्रा एक अच्छी छवि बनाने में मदद करती है.’
ये है यात्रा का रूट
52 दिवसीय तीर्थयात्रा दो मार्गों से शुरू होगी – अनंतनाग में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटा लेकिन कठिन बालटाल मार्ग – तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे के एक दिन बाद 29 जून को. जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से घाटी के लिए रवाना होंगे. पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने तीर्थयात्रा की और गुफा मंदिर के अंदर प्राकृतिक रूप से बने बर्फ-शिवलिंग के दर्शन किए.