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Bihar में डूबी 17 लोगों से भरी नाव, गंगा दशहरा मनाने जा रहे थे श्रद्धालु

गंगा दशहरे के दिन लोग स्नान करने के लिए जा रहे थे, परंतु नदी के तेज बहाव से एक नाव पलट गई। कुछ लोग तैरकर बाहर आ गए, लेकिन कुछ लोग अभी भी लापता हैं और उनकी खोज जारी है।

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Bihar : गंगा दशहरे के दिन लोग स्नान करने के लिए जा रहे थे, परंतु नदी के तेज बहाव से एक नाव पलट गई। कुछ लोग तैरकर बाहर आ गए, लेकिन कुछ लोग अभी भी लापता हैं और उनकी खोज जारी है।
बिहार में आज एक बड़ा हादसा हुआ है। पटना जिले में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में उमानाथ घाट पर एक नाव डूब गई, जिसमें 17 लोग सवार थे। ये लोग गंगा दशहरे के दिन स्नान करने के लिए नाव पर थे, लेकिन बाढ़ के पानी के बहाव में नाव पलट गई और उन्हें हादसे का सामना करना पड़ा। 11 श्रद्धालु तैरकर बाहर आ गए हैं, लेकिन 6 श्रद्धालु अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। हादसे की सूचना मिलते ही इलाके के लोग नदी के किनारे उतर आए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं और बचाव अभियान चला रहे हैं। यह समाचार सुनकर लापता लोगों के परिजनों में भी गहरा दुख है।

गंगा दशहरा के दिन बड़ा हादसा

गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करने की मान्यता है. इसी को लेकर देश के कई मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है. वहीं, पटना के उमानाथ गंगा घाट पर गंगा नदी में एक भीषण हादसा हो गया है. घटना की जानकारी देते हुए वहां मौजूद लोगों ने कहा कि नाव उमानाथ गंगा घाट से दियारा पर जा रही थी. नाव पर लगभग 21 लोग सवार थे. जो क्षमता से अधिक थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि करीब 15 लोग इस हादसे में डूब गए हैं. जबकि 6 लोगों को बचा लिया गया है.

प्रशासन की लापरवाही से हुआ हादसा

उमानाथ गंगा घाट पर गंगा नदी में हुए हादसे में सबसे बड़ी लापरवाही प्रशासन की नजर आ रही है, घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि घाट पर प्रशासन के लोगों की मौजूदगी नहीं थी. यहां पर प्रशासन की मौजूदगी रहती तो इस तरह की घटना नहीं होती. प्रशासन को आज के दिन नव परिचालन पर भी रोक लगानी चाहिए थी.

गंगा दशहरा के दिन अक्सर होते हैं बड़े हादसे

गंगा दशहरा का पर्व हिंदुओं के लिए एक बड़ा पर्व है. इस दिन लोग गंगा नदी में स्नान कर मंदिरों में दर्शन पूजन करते हैं. दान पुण्य का कार्य भी करते हैं. लेकिन अक्सर देखा जाता है कि इस दिन घाटों व नदियों में डूबने के कई बड़े हादसे होते हैं. स्नान करने के लिए नदी व घाटों पर लोगों की काफी संख्या में भीड़ होती है. घाटों पर भीड़ ज्यादा होने से प्रशासन द्वारा की कई सारी व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं. जिससे बड़े हादसे हो जाते हैं. प्रशासन की लापरवाही के कारण ही हर साल गंगा दशहरा के दिन बड़े हादसे होने की खबर सामने आती है.

Bebak News

Written by Bebak News

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