नई दिल्ली : प्रज्वल रेवन्ना ने जेडीएस से निष्कासित होने के बाद भारत लौटने का निश्चित किया। 35 दिनों के बाद, जब वे जर्मनी से भारत लौट रहे थे, तो उन्हें बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया। इस बार, महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार किया है। यह घटना शुक्रवार की रात को हुई, जब बेंगलुरु एयरपोर्ट पर महिला पुलिस द्वारा इस ऑपरेशन का नेतृत्व किया गया । उसके बाद, महिला पुलिस उन्हें सीआईडी कार्यालय ले गई।
प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार करने का मुख्य उद्देश्य संदेश देना था। इससे स्पष्ट होता है कि यदि उन्होंने सांसद के रूप में महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार किया है, तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस संदेश के साथ, पीड़ितों को भी एक संदेश मिलता है कि महिला अधिकारियों का साथ मिला है और किसी भी डर का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस ऑपरेशन का नेतृत्व महिला आईपीएस अधिकारी ने किया और उनके साथ गाड़ी में पांच महिला अधिकारी भी मौजूद थीं।
रेवन्ना को कोर्ट में होना होगा पेश
प्रज्वल रेवन्ना को शुक्रवार को सरकारी अस्पताल में मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया जाएगा। उसे 24 घंटे के भीतर मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष पेश किया जाना होगा, जहां पुलिस उसकी कस्टडी की मांग करेगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना को 14 दिनों की कस्टडी के लिए कोर्ट में पेश कर सकती है। हालांकि, सामान्यतः कोर्ट सात से 10 दिनों की कस्टडी देती है।
इसके साथ ही, फॉरेंसिक टीम उसके ऑडियो सैंपल लेगी, ताकि पता चल सके कि वायरल सेक्स वीडियो में सुनाई जाने वाली आवाज प्रज्वल की है या नहीं। प्रज्वल के खिलाफ अब तक यौन उत्पीड़न के तीन मामले दर्ज किए गए हैं।