
बीएनपी की मांग को नजरअंदाज करते रहे हैं मोहम्मद यूनुस
गौर करने वाली बात है कि खालिदा के वतन वापस लौटने की खबरें ऐसे वक्त में सामने आ रही हैं जब मोहम्मद यूनुस के ऊपर जल्द से जल्द चुनाव कराने का दवाब है. बीएनपी भी चुनाव कराने की बात करती रही है लेकिन यूनुस उनकी बातों को नजर अंदाज करते आए हैं. ऐसे समय में खालिदा जिया का बांग्लादेश लौटना यूनुस के लिए मुसीबत का सबब बनेगा.
चुनाव के सवाल को टाल रहे हैं यूनुस
बता दें शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बिना चुनाव कराए, यूनुस बांग्लादेश की बागडोर संभाले हुए हैं. अगस्त 2024 में मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का कार्यवाहक सलाहकार नियुक्त किया गया था. यूनुस का काम उस समय बांग्लादेश में लोकतंत्र को बहाल कराना और चुनाव संपन्न कराना था, लेकिन यूनुस ये भी नहीं करा सके हैं. पहले जब यूनुस से चुनाव के बारे में सवाल किया गया था तो उन्होंने दिसंबर 2025 तक चुनाव की बात कही थी लेकिन अब से समय सीमा बढ़ाकर जून 2026 कर दी गई है. यूनुस ने तो ये भी कहा कि बांग्लादेश में अभी चुनाव कराने की कोई आवश्यकता नहीं है.