विश्व आवाज़ दिवस (World Voice Day): 16 अप्रैल को विश्व आवाज दिवस मनाया जाता है.इसका मुख्य उद्देश्य आवाज के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना तथा आवाज संबंधी समस्याओं के प्रति सतर्कता बढ़ाना है. आइए हम आपको विश्व आवाज़ दिवस के बारे में रोचक जानकारियों से रूबरू कराते हैं.
इस उत्सव की शुरुआत ब्राज़ील में 1999 में ब्राज़ीलियन नेशनल वॉयस डे के रूप में हुई थी. यह चिकित्सकों, भाषण-भाषा रोग विशेषज्ञों और गायन शिक्षकों की एक मिश्रित पहल का परिणाम था, जिसका नेतृत्व डॉ.नेडियो स्टीफ़न ने किया था. ब्राज़ील की इस पहल का अर्जेंटीना और पुर्तगाल जैसे अन्य देशों ने भी अनुसरण किया और ब्राज़ीलियन नेशनल वॉयस डे अंतर्राष्ट्रीय वॉयस डे बन गया.
विश्व आवाज़ दिवस का एक लक्ष्य उन सभी लोगों को प्रोत्साहित करना है जो अपनी आवाज़ का उपयोग व्यवसाय या आनंद के लिए करते हैं ताकि वे अपनी आवाज़ का ख्याल रखना सीखें और मदद व प्रशिक्षण प्राप्त करना जानें. इसके अलावा आवाज़ पर शोध का समर्थन करें. 2012 में तीन आवाज़ शोधकर्ताओं प्रो. जोहान सुंडबर्ग (स्वीडन), प्रो. टेकुमसेह फिच (ऑस्ट्रिया) और डॉ. फिलिपा ला (पुर्तगाल) ने ‘विश्व आवाज़ दिवस’ के उत्सव के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समूह बनाने के लिए कई देशों से आवाज़ विशेषज्ञों को आमंत्रित किया. इसका समन्वय प्रो. जोहान सुंडबर्ग और डॉ. ग्लौसिया लाइस सालोमो (ब्राजील) ने किया था. वर्तमान में समूह में 66 सदस्य हैं जो अपने-अपने देशों में विश्व आवाज़ दिवस के लिए कार्यक्रमों की शुरुआत करते हैं और समन्वय में मदद करते हैं.
विश्व आवाज दिवस के उद्देश्य
- लोगों को आवाज़ की देखभाल के लिए प्रेरित करना
- गले व स्वरयंत्र (vocal cords)से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना
- गायकों, शिक्षकों, वक्ताओं, कॉल सेंटर कर्मचारियों आदि जैसे पेशों में आवाज़ की भूमिका को समझाना
- फोनीएट्रिक्स (Phoniatrics) और ओटोलैरिन्गोलॉजी (ENT) जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देना
इस दिन क्या किया जाता है ?
- निःशुल्क आवाज़ परीक्षण
- जागरूकता कार्यक्रम
- कार्यशालाएं और सेमिनार
- गायन, भाषण और प्रस्तुति कार्यक्रम
- डॉक्टरों द्वारा आवाज से जुड़ी समस्याओं पर सलाह