
कितने बजे हुआ सूर्यतिलक ?
रविवार, 6 अप्रैल को सुबह ठीक 12 बजे सूर्याभिषेक हुआ इसके साथ ही रामलला के माथे पर सूर्य की किरणें सुशोभित हुई. ये दृश्य देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध रह गया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे. इस बारे में बात करते हुए हनुमानगढ़ी के महंत संजय दास ने कहा कि यह बेहद अलौकिक है. अयोध्या नरेश दशरथ के पुत्र भगवान श्री राम सूर्यवंशी थे. जिस समय भगवान राम ने पृथ्वी पर जन्म लिया उस समय स्वयं सूर्यदेव एक महीने तक उनकी बाल लीलाओं का आनंद लेते रहे. इसलिए 4 मिनट का ये सूर्याभिषेक बहुत ही महत्वपूर्ण है.
पूरी अयोध्या नगरी आज उत्साहित
इसके साथ ही महंत संजय दास ने ये भी कहा कि जिस प्रकार से भगवान उस क्षण का इंतजार करते हैं, वह अपने आप में अटूट और अद्भुत है. सभी सनातनी रामभक्त भी इस पल का बेसब्री से इंतजार करते हैं. इस समय पूरी अयोध्या नगरी उत्साहित है. इस दिन हमारी नगरी के लाल का जन्म हुआ था.