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साउथ कोरिया में प्लेन क्रैश, लैंडिंग के वक्त रनवे पर फिसला विमान, 181 लोगों में से जिंदा बचे सिर्फ 2

South Korea Plane Crash: जेजू एयर का विमान जिओला प्रांत के मुआन काउंटी में मुआन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक्त हादसे का शिकार हो गया था.

South Korea Plane Crash: साउथ कोरिया में इस साल का सबसे बड़ा हादसा हुआ है. लैंडिंग के वक्त एक प्लेन रनवे पर फिसल गया और एयरपोर्ट पर कंक्रीट की बाड़ से जा टकराया. इस दौरान प्लेन में 181 लोग सवार थे. साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योन्हाप ने 124 लोगों के मौत की पुष्टि कर दी है. इसमें दो लोग जिंदा बचे हैं. मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि अभी कई यात्री इस हादसे में लापता बताए जा रहे हैं.

कंक्रीट की दीवार से टक्कर के बाद लगी आग

साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योन्हाप के मुताबिक यह दुर्घटना स्थानीय समयानुसार 9:07 बजे (भारतीय समयानुसार रविवार की सुबह 5:37 बजे) हुई है. दरअसल, जेजू एयर का विमान साउथ कोरिया की राजधानी सियोल से लगभग 288 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दक्षिण जिओला प्रांत के मुआन काउंटी में मुआन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला था.

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक से मुआन आ रहे जेजू एयर के बोइंग 737-800 विमान में छह चालक दल के सदस्यों समेत कुल 181 लोग सवार थे. स्थानीय टीवी चैनलों में दिखाए जा रहे वीडियो में साफ तौर पर देख जा सकता है कि विमान बिना लैंडिंग गियर लगाए ही रनवे पर उतरने का प्रयास करता है, इसी दौरान विमान जमीन पर फिसलकर कंक्रीट की दीवार से टकरा जाता है. टक्कर के बाद बहुत तेज धमाका होता है और विमान पूरी तरह से आग की लपटों में घिर जाता है.

इस हादसे में 124 लोगों के मौत की पुष्टि कर दी गई है. मारे गए लोगों में 54 पुरुष और 57 महिलाएं हैं. वहीं, 13 शवों की पहचान नहीं हो पाई है. माना जा रहा है कि इस दुर्घटना में दो लोगों को छोड़कर बाकी सभी की मौत हो गई है. हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है. दुर्घटना के कारणों की भी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. स्थानीय न्यूज चैनलों का मानना है कि पक्षियों के झुंड से टकराने या खराब मौसम के कारण यह हादसा हुआ है. विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद हो गया है और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की अभी भी तलाश की जा रही है.

साल 1997 में भी हुआ था बहुत बड़ा हादसा

बता दें कि इससे पहले साउथ कोरिया में साल 1997 में इससे बड़ा हादसा देखने को मिला था. इस दौरान कोरियन एयरलाइन का विमान गुआम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस दौरान 228 लोग मारे गए थे. विमान में 254 लोग सवार थे और एयरपोर्ट पहुंचने से पहले ही प्लेन हादसे का शिकार हो गया था.

वहीं, साल 2007 में ब्राजील के साओ पाउलो में एक एयरबस A320 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. खराब लैंडिंग की वजह से एयरबस फिसलकर हवाई पट्टी से फिसलकर पास की एक इमारत से टकरा गया था. इसमें प्लेन में सवाल 187 लोग समेत बाहर मौजूद 12 अन्य लोग मारे गए थे. भारत में भी इसी तरह का हादसा देखने को मिला था. साल 2010 में मैंगलोर में एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान का एक विमान इसी तरह रनवे से फिसलकर खाई में गिर गया था. आग लगने से पहले उसमें आग लगने से 158 लोगों की मौत हो गई थी.

यह आंकड़े हवाई सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से बनाए गए एक गैर-लाभकारी समूह फ्लाइट सेफ्टी फाउंडेशन के हवाले से दी गई है. बता दें कि इससे पहले अजरबैजान एयरलाइंस का एक विमान 25 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में भी 38 लोगों की मौत हो गई थी. विमान अजरबैजान के बाकू से रूस के चेचन्या गणराज्य की राजधानी ग्रोज्नी के लिए उड़ान भर रहा था. इसी दौरान कजाकिस्तान के अकताऊ में आपातकालीन लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया. माना जा रहा है कि यह हादसे रूस-यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के कारण हुआ था.

Ayesha

Written by Ayesha

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