Sambhal News : संभल जिले में स्थित शाही जामा मस्जिद में सर्वे के बाद भड़कीं हिंसा के बीच जिला प्रशासन ने शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अहम फैसला लिया है. जिला प्रशासन ने शनिवार को आदेश जारी किया जिसमें बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों की 10 दिसंबर तक रोक लगा दी है, इससे पहले यह प्रतिबंध 30 नवंबर तक थी. लेकिन अब कानून-व्यवस्था का जायजा लेने के बाद प्रशासन ने बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक 10 दिसंबर तक बढ़ा दी है.
SP का जाने वाले था एक प्रतिनिधिमंडल
बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक पर संभल जिला प्रशासन का यह अहम फैसला माना जा सकता है क्योंकि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा के बारे में जानकारी जुटाने के लिए लिए शनिवार को संबल का दौरा करने वाला था. अब जिला प्रशासन ने बाहरी लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी तो समाजवादी पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि संभल में हिंसा की जांच के लिए बनाए गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं के घरों पर सरकार तरफ से पुलिस तैनात कर दी गई है जो कि पूरी तरह निंदनीय और अलोकतांत्रिक है. BJP राज्य में हुई हिंसा का सच छिपा रही है और प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने से रोकने का काम कर रही है.
2 दिसंबर को कांग्रेस जाएगी पीड़ितों मिलने
इसी बीच समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को संभल जाएगा और वहां पर हुई हिंसा की जानकारी लेकर रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को सौंपेगा. वहीं, माता प्रसाद पांडेय ने लखनऊ में कहा कि गृह सचिव संजय प्रसाद ने मुझे फोन कर संभल नहीं जाने का अनुरोध किया था. संभल के जिला मजिस्ट्रेट ने भी मुझे फोन कर बताया कि जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक 10 दिसंबर, 2024 बढ़ा दी गई है. इसलिए मैं इस मुद्दे को लेकर पार्टी कार्यालय जाऊंगा और चर्चा करूंगा. दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि संभल मामले की जानकारी हासिल करने के लिए कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल 2 दिसंबर को वहां पर जाएगा.