Delhi Police Action On Sonam Wangchuk: दिल्ली में लद्दाख भवन के बाहर प्रदर्शनकारियों और सोनम वांगचुक(Sonam Wangchuk) के समर्थकों को हिरासत में लिया गया हैं,जिसके बाद से वांगचुक ने इसे लोकतंत्र पर धब्बा बताया और कहा कि मौन विरोध भी अब सुरक्षित नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने बीएनएसएस की धारा 163 पर सवाल उठाए. इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया अकांउट पर एक वीडियो शेयर किया हैं जिसमें उन्होंने कहा हैं कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) उनको और उनके समर्थकों को हिरासत में ले रही है.
आपको बता दें कि सोनम वांगचुक लंबे समय से लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर 6 अक्तूबर से भूख हड़ताल पर बैठे है. इसके साथ यहां बता दें कि संविधान की छठी अनुसूची में पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम राज्यों में आदिवासी क्षेत्रों के प्रशासन के प्रावधान भी शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों ने साफ की गिरफ्तारी की तस्वीरें
दरअसल एक प्रदर्शनकारी के मुताबिक, गिरफ्गतार किए लोगों को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है. इस मामले में पहले पुलिस ने बयान देते हुए कहा था कि हिरासत में लिए गए लोगों में सोनम वांगचुक भी मौजूद हैं, लेकिन बाद में दिल्ली के पुलिस उपायुक्त देवेश महला ने इसे इंकार करते हुए कहा कि लद्दाख भवन के बाहर से कुछ छात्रों को हिरासत में लिया है,उनमें सोनम वांगचुक शामिल नहीं हैं.
वहीं प्रदर्शनकारी अनूप तिवारी ने कहा कि हम लोग लोकतंत्र को बचा रहे हैं, क्लाइमेट चेंज (Climate Change) पर बात कर रहे हैं, सिक्स्थ शेड्यूल(6th schedule) की डिमांड कर रहे हैं और ये काम हम आज के और वर्तमान के पीढ़ी के लिे कर रहे हैं. क्लाइमेट चेंज (Climate Change) आज पूरा भारत का नहीं पूरे वर्ल्ड का मुद्दा बन चुका है.