Kashi Vishwanath Prasad: काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक फेमस हिंदू मंदिर है. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के सबसे पुराने शहर बनारस में स्थित है. यह भगवान शंकर के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है इसलिए यह हिंदुओं के सबसे पवित्र स्थानों में शामिल है. हाल ही में इस मशहूर मंदिर के महाप्रसाद में कुछ खास बदलाव करने की खबर सामने आई है. दरअसल, अब काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को नए स्वाद का जायका मिलेगा, वह अब अमूल दूध से बना प्रसाद खरीद सकेंगे.
क्यों लिया गया प्रसाद में बदलाव का फैसला
इस बारे में प्रशासन का कहना है कि कई महीनों तक भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को लेकर रिसर्च की गई थी, जिसके बाद महाप्रसाद में इस तरह का बदलाव करने का फैसला लिया गया. अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि प्रसाद बनाते समय सफाई और मानक क्वालिटी का ध्यान रखते हुए खास तरह के बंदोबस्त किए गए हैं. हाल ही में आंध्र प्रदेश में फेमस तिरुपति मंदिर अपने प्रसाद की क्वालिटी को लेकर विवाद में फंस गया था, ऐसे में काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद के लिए मानक तय करना बेहद मायने रखता है.
ये हैं मंदिर से जुड़ी मान्यताएं
काशी विश्वनाथ मंदिर पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश के वाराणसी की सबसे पवित्र नदी गंगा के तट पर स्थित है. विश्वेश्वर मंदिर के नाम से भी इस मंदिर को जाना जाता है. मान्यतानुसार, यह मंदिर भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती का आदि स्थान है. इससे जुड़ी एक और मान्यता प्रचलित है कि जो व्यक्ति इस मंदिर के दर्शन करने के बाद गंगा में स्नान करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.