Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 निहत्थे पर्यटकों के मारे जाने के बाद से देश भर में गुस्साए हैं. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार ने सेना को छूट दे दी है कि अपने स्तर पर कार्रवाई कर सकती है. इसी बीच हमले में मारे गए भारतीय सेना के दिवंगत लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (Vinay Narwal) के जन्मदिन पर उनकी पत्नी हिमांशी ने कहा कि मैं चाहती हूं कि लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ जाएं. हम शांति चाहते हैं और सिर्फ शांति. भले ही हम न्याय चाहते हैं. हरियाणा के करनाल में मीडिया से बात करते हुए हिमांशी नरवाल ने शांति और सौहार्द बनाए रखने की लोगों से अपील की है.
रक्तदान शिविर लगाया गया
बता दें कि एक मई को विनय नरवाल को जन्मदिन है और इस मौके पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया. इस मौके पर हिमांशी ने भी अपना ब्लड डोनेट किया और लोगों से शांति की अपील की. परिवार के सदस्यों ने पहले ही इस दिन पर कुछ खास करने के लिए इंतजाम किए थे और रिश्तेदारों को भी इसके बारे में बता दिया था. लेकिन विनय के मारे जाने के बाद सब कुछ बदल गया. लेकिन इस जन्मदिन पर लोगों की मदद करने का प्लान बनाया गया और थैलीसीमिया पीड़ितों के लिए रक्तदान शिविर लगाया गया. इसी बीच विनय के दादा हवा सिंह, पिता राजेश नरवाल और माता आशा ने शहीद का दर्जा देने की मांग की है. राजेश नरवाल ने कहा कि सरकार इसके बारे में सोचे, अगर अधिकार बनता है तो मिलना चाहिए.
मिलना चाहिए शहीद का दर्जा
इसके अलावा राजेश नरवाल ने कहा कि केंद्र की तरफ से जो भी फंड मिलेगा उसको हम उस संस्था को दे देंगे जिसका नाम सरकार विनय के नाम पर रखेगी. उन्होंने कहा कि वह एक रुपये भी अपने घर में नहीं रखना चाहते हैं.