Pahalgam Attack : पहलगाम हमले के बाद दुनिया भर के देश ने हमले की निंदा करते हुए भारत के साथ एकजुटता दिखाई है. इसी कड़ी में साउथ अफ्रीका ने देश को अपना समर्थन दिया है. भारतीय महावाणिज्य दूतावास की तरफ से एक स्मारक सेवा में दक्षिण अफ्रीका के कई लोग, भारतीय प्रवासी समुदाय और अन्य पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए और इस हमले की निंदा की. वहीं, यहूदी और हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले वक्ताओं ने शुक्रवार को अपना आक्रोश व्यक्त किया और मारे गए लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. इसी बीच स्मारक सेवा में इकट्ठा हुए लोगों ने कहा कि हम आतंकवाद से अच्छी तरह से वाकिफ हैं और हम भारत के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि आइए हम दुनिया को सुधारने का काम करें.
आतंकियों ने पैटर्न के साथ हमला किया
वहीं, महा वाणिज्य दूत (Consul General) महेश कुमार ने कहा कि यह आतंकी हमला एक कायराना कृत्य है जिसकी स्पष्ट रूप से पूरी दुनिया को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 26/11 मुंबई हमले (2008) के बाद से लगातार भारत के नागरिकों के हताहत होने की सबसे बड़ी संख्या को दर्शाने का काम करता है. उन्होंने बताया कि भारतीय नागरिकों और मित्र देशों के कुछ मित्र देशों के नागरिकों को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी. यह हमला भारतीय नागरिकों, अल्पसंख्यक समुदायों और जम्मू-कश्मीर में आने वाले टूरिस्टों को निशाना बनाने का यह एक पैटर्न है. भारत में यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश में पिछले साल लोकतांत्रिक चुनाव हुए हैं. बता दें कि आतंकी सिर्फ और सिर्फ देश में शांति भंग करने का प्रयास करने की कोशिश कर रहे हैं और इसी कड़ी में वह आम लोगों की जान लेने का काम कर रहे हैं.
भारत हर एक नागरिक एकजुट
कॉन्सुल जनरल ने देश का इस ओर भी ध्यान दिलाने की कोशिश की कि यह हमला उस वक्त हुआ है जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर थे. इससे पहले साल 2000 में जम्मू-कश्मीर के चित्तीसिंहपुरा में हमला तब किया गया था जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन (US President Bill Clinton) भारत की यात्रा पर आए थे. इस दौरान आतंकी हमले में 35 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी. उन्होंने बताया कि आतंकियों का एक मात्र मकसद है कि जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करना और आर्टिकल 370 हटने के बाद सामान्य स्थिति थी जिसको पाकिस्तान की तरफ से किसी भी तरह से असहज करना था. कुमार ने आगे कहा कि इस त्रासदी के सामने भारत का हर एक नागरिक एकजुटता के साथ खड़ा है. हमारा अब एक ही संकल्प है कि पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए और आतंकियों को ढूंढ-ढूंढकर उनको जड़ से खत्म कर दिया जाए.