Ravichandran Ashwin News : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद से ही भारतीय खिलाड़ियों की आलोचना हो रही है. इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी फ्लॉप रही थी और यही एक वजह रही कि कप्तान रोहित शर्मा को पांचवें मुकाबले में नहीं खिलाया गया. इसी कड़ी में अपनी आक्रामक बल्लेबाज ऋषभ पंत को भी आलोचना का शिकार होना पड़ा क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट को भी टी-20 की तरह की खेल रहे थे. इसी बीच पूर्व स्पिनर आ अश्विन ने कहा कि वह हर पारी में शतक लगा सकते हैं बस उन्हें अपने आवेग पर थोड़ा काबू पाना होगा.
पंत करते हैं सर्वश्रेष्ठ डिफेंस
भारतीय पूर्व स्पिनर आर अश्विन का मानना है कि अगर विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत अपने आवेग (Impulse) पर काबू पा लेते हैं तो वह हर मुकाबले में शतक लगाने की क्षमता रखते हैं. उसका एक कारण यह है कि उनके पास विश्व लेवल पर सर्वश्रेष्ठ डिफेंस है. उन्होंने आगे कहा कि भारतीय टीम में पंत एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जो पूरे मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं, लेकिन जोखिम भरे शॉट मारने के चक्कर में वह कई बार अपनी पूरी क्षमता के साथ क्रिकेट नहीं खेल पाते हैं. बता दें कि पंत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें मुकाबले में सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया. वहीं, इसी मुकाबले की पहली पारी में जब टीम इंडिया काफी संघर्ष कर रही थी उस वक्त भी उन्होंने 40 रन बनाए थे.
विकेटकीपर को बीच का रास्ता ढूंढना चाहिए
अश्विन ने बताया कि रिवर्स स्वीप और स्लॉग स्वीप जैसे जोखिम भरे ऋषभ पंत मैदान पर शॉट खेलता है अगर वह डिफेंस करके 200 गेंदों का सामना कर लें तो वह हर टेस्ट मुकाबले में शतक जड़ने की क्षमता रखता हैं. अब उसे तेजी से रन बनाने से लेकर धैर्य के साथ पिच पर टिकना होगा अगर निश्चित रूप से वह बीच का रास्त ढूंढ लेता है तो टेस्ट क्रिकेट सबसे ज्यादा रन बनाने की वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें मुकाबले में पंत ने 98 गेंदों में 40 और दूसरे टेस्ट में 33 गेंदों में 61 रन बनाए. लेकिन वह 2020-21 के BGT जैसा कारनामा दोहरा नहीं पाए.