The Teacher App: दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा 25 नवंबर, सोमवार को ‘द टीचर ऐप’ लॉन्च हुआ. भारती एयरटेल फाउंडेशन ने इस ऐप को शिक्षकों को सशक्त बनाने के मकसद से बनाया है. प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि टेक्नोलॉजी पर बेस्ड सोसाइटी में युवा दिमाग को शेप देने में भविष्य के लिए टीचर्स का रोल महत्वपूर्ण है. उन्होंने आगे कहा कि भारत देश विश्व अर्थव्यवस्था में प्रमुख विकास इंजन बनने के लिए एकदम तैयार है. इस लिहाज से देखा जाए तो शिक्षकों की भूमिका और ज्यादा बढ़ जाती है.
फ्यूचर की तैयारी सबसे बड़ी चुनौती
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे और कहा कि फ्यूचर की तैयारी करना एक बहुत बड़ी चुनौती होती है. इसके लिए स्टूडेंट्स के साथ अध्यापकों की समझ को और बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने आगे कहा कि अध्यापकों को रटने की बजाय वैज्ञानिक-शिक्षण परिणामों की मदद से बच्चों की जिज्ञासा और नई सोच को बढ़ावा देने के बारे में सोचना चाहिए. धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, इंडिया के टीचर्स बेहद प्रतिभाशाली हैं, बस उन्हें सही मौके और दिशा की जरूरत है.
भारत है दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
प्रधान ने कहा कि मेरे लिए यह एक बड़ा मुद्दा है. NEP कार्यान्वयन की सबसे बड़ी चुनौती भविष्य के बारे में है, जिससे छात्रों को न सिर्फ आर्थिक व्यवस्था में भाग लेने में सहायता मिलती है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी हिस्सा लेने में योगदान मिलता है. जब भी मैं गांवों की और जाता हूं तो मैं और आत्मविश्वासी महसूस करता हूं. जब मैं बच्चों की जिज्ञासा को देखता हूं तो डर जाता हूं और सोचता हूं कि क्या हमारे टीचर्स इतने सक्षम हैं? बता दें कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जो कुछ सालों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है.
कैसे बनेगा भारत दुनिया का ग्रोथ इंजन ?
प्रधान ने आगे कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर को देखें तो हम दो दशकों में वैश्विक अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़कर और आगे की ओर बढ़ सकते हैं. अगर हम भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाना चाहते हैं तो हमारे युवाओं की सोच का स्पष्ट होना बेहद जरूरी है, जो शिक्षकों द्वारा उन्हें प्रेरित करके ही संभव हो पाएगा.