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Om Prakash Chautala: सीएम से लेकर जेल की सजा काटने तक कैसा था ओम प्रकाश चौटाला का सफर?

Om Prakash Chautala : पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे ओम प्रकाश चौटाला का राजनीति में दामन दागदार रहा. यहां तककि उन्हें जेल में सजा भी काटनी पड़ी.

Om Prakash Chautala : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का हरियाणा की राजनीति में बड़ा नाम था. उन्होंने अपने पिता चौधरी देवी लाल की राजनीतिक विरासत को ना केवल संभाला बल्कि इंडियन नेशनल लोक दल को अपने दम पर हरियाणा की सत्ता में पहुंचाया. ऐसे में इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि आखिर कैसा रहा था पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने से लेकर जेल तक का सफर?

कौन थे ओम प्रकाश चौटाला?

ओम प्रकाश चौटाला जिन्हें ओपी चौटाला के नाम से भी जाना जाता है. उनका जन्म 1 जनवरी 1935 को सिरसा के गांव चौटाला में हुआ था. इंडियन नेशनल लोकदल के मुखिया रहते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री का पदभार भी संभाला. ओपी चौटाला 5 बार हरियाणा के सीएम के रूप में काम कर चुके थे. वे सात बार विधायक भी चुने गए. ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे थे.

चौटाला की शिक्षा

ओम प्रकाश चौटाला पिता के जेल जाने के वजह से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए थे. इस बात का उन्हें हमेशा मलाल रहा था. जेबीटी भर्ती घोटाला मामले में जब वे तिहाड़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने अपनी दसवीं की परीक्षा पास की थी. उस समय जेल में उन्होंने दिन-रात पढ़ाई की और परीक्षा पास कर ली. ऐसा कहा जाता है कि ओपी चौटाला के इसी जज्बे को लेकर फिल्म दसवीं बनी थी. इसमें अभिषेक बच्चन ने ओम प्रकाश चौटाला का रोल प्ले किया था.

कब-कब रहे मुख्यमंत्री?

गौरतलब है कि ओपी चौटाला पहली बार 2 दिसंबर, 1989 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे. वह 22 मई, 1990 तक इस पद पर कार्यरत थे. 12 जुलाई, 1990 को चौटाला ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को दो माह में ही पद से हटा दिया गया था. हालांकि, ओपी चौटाला को भी 5 दिन बाद ही पद से त्यागपत्र देना पड़ा था. 22 अप्रैल, 1991 को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद संभाला. दो हफ्ते बाद ही केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. साल 1996 में लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय) के नाम से नई पार्टी का गठन किया. वहीं, साल 1998 में लोकसभा के मध्यावधि चुनाव में बसपा से गठबंधन कर हरियाणा में 5 लोकसभा सीटें जीती. 24 जुलाई, 1999 में चौटाला ने चौथी बार सीएम पद संभाला पर दिसंबर में उन्होंने विधानसभा भंग करवा दी और विधानसभा चुनाव के बाद दो मार्च 2000 को चौटाला पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने और पूरा कार्यकाल पूरा किया.

ओपी चौटाला का परिवार

ओम प्रकाश चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे थे.उनकी शादी स्नेह लता से हुई थी जिनका निधन अगस्त 2019 में हो गया था. ओपी चौटाला के 2 बेटे हैं जिनका नाम अजय चौटाला और अभय चौटाला है. दोनों ही राजनीति में बेहद सक्रिय हैं. बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला की पत्नी का नाम नैना चौटाला है और छोटे बेटे की पत्नी का नाम कांता चौटाला है. वहीं, उनकी तीन बेटियां भी हैं जिनका नाम सुचित्रा, सुनीता और अंजलि है. उनके तीन भाई रणजीत सिंह चौटाला, प्रताप सिंह चौटाला और जगदीश कुमार चौटाला है.

जेबीटी भर्ती घोटाला

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला पर साल 2008 में जेबीटी भर्ती घोटाला का आरोप भी लगा था. हरियाणा राज्य में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में आरोप लगाए गए थे जिसके बाद से उन्हें जेल भेजा गया था. IAS अधिकारी संजीव कुमार ने हरियाणा में 3,206 जेबीटी शिक्षकों की भर्ती में भ्रष्टाचार और रिकॉर्ड से छेड़छाड़ करने के आरोप में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय सिंह चौटाला को विभिन्न प्रावधानों के तहत 10 साल की सजा सुनाई थी.

Ayesha

Written by Ayesha

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