Bihar News: बिहार के आरा जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. हेमतपुर गांव में जीप ड्राइवर संतोष सिंह ने पेट में गोली लगने के बावजूद वाहन में सवार 15 यात्रियों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. इसके बाद आरा के एक निजी अस्पताल में संतोष सिंह को भर्ती कराया गया है. समय पर इलाज मिलने से संतोष की जिंदगी अब खतरे से बाहर है.
क्या है पूरा मामला?
बिहार के आरा जिले के हेमतपुर गांव में एक जीप चालक पर बदमाशों ने हमला कर दिया. दरअसल, जब संतोष सिंह तिलक समारोह से लोगों को लेकर वापस लौट रहे थे तभी रास्ते में उनकी जीप पर गोली से हमला कर दिया गया. फायरिंग में गोली उनके पेट में जा लगी. गोली लगने और असहनीय दर्द के बावजूद संतोष ने 5 किलोमिटर तक गाड़ी चलाई और सभी यात्रियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. फिर उन्हें आरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि वह अब खतरे से बाहर हैं.
जांच कर रही है पुलिस
पुलिस ने बताया कि साहस और बहादुरी का काम करते हुए पेट में गोली लगने के बाद भी एक जीप चालक संतोष सिंह ने कुछ किलोमीटर तक वाहन चलाकर अपने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की. पुलिस ने बताया कि संतोष सिंह अपनी जीप पर 14-15 लोगों के साथ एक तिलक समारोह से लौट रहे थे, तभी झौन गांव के पास दो बाइक सवार बदमाशों ने वाहन का पीछा किया और उन पर गोलियां चला दी, जिसमें एक गोली उनके पेट में जा लगी. अपनी चोट और असहनीय दर्द के बावजूद उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कुछ किलोमीटर तक गाड़ी चलाते रहे. पुलिस को इस बात की सूचना खुद जीप में सवार यात्रियों ने दी जिसके बाद से पुलिस तुरंत एक्शन में आई और मौके पर पहुंची. पुलिस ने बताया कि सर्जरी के बाद संतोष की गोली निकाल दी गई है. जगदीशपुर के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी राजीव चंद्र सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि वह खतरे से बाहर हैं, लेकिन वह कुछ और दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे.