Farmers Protest: देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर किसानों की मार झेलने को तैयार है. राजधानी में रहने वालों के लिए 6 दिसबंर से एक बार फिर जाम की वजह से मुसीबत बढ़ सकती है जिसकी वजह किसान संगठनों का दिल्ली कूच है. किसानों ने मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर दिल्ली की ओर मार्च करने का एलान कर दिया है. यह मार्च 02 दिसंबर को शुरू होगा. विभिन्न किसान संगठनों ने 6 दिसंबर को पैदल मार्च शुरू करने को कहा है.
कौन-कौन से किसान संगठन हैं साथ?
दिल्ली कूच के लिए कई किसान संगठन वहां पर डेरा डालने वाले हैं जिनमें किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM-गैर-राजनीतिक) समेत कई किसान संगठन भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. किसानों का ये समूह 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे. दिल्ली के अलावा केरल,उत्तराखंड और तमिलनाडु में किसान संगठन उसी दिन अपनी विधानसभाओं तक प्रतीकात्मक मार्च निकालने का एलान किया है. बता दें कि पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं और दिल्ली की ओर अपने रुके हुए मार्च का विरोध कर रहे हैं. किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने घोषणा की कि ये किसान 6 दिसंबर के मार्च में शामिल होंगे.
जानिए मार्चिंग का रूट
किसान दिल्ली की ओर महामाया फ्लाईओवर से मार्च की शुरूआत करेंगे. इसके बाद से वह शंभू बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसानों के साथ 6 दिसंबर को दिल्ली कूच में शामिल होंगे. इस दौरान दिल्ली के कई सड़कों पर जाम मिलने की संभावना रहेंगी. ऐसे में किसान नेताओं सतनाम सिंह पन्नू,सुरिंदर सिंह चौटाला,सुरजीत सिंह फूल और बलजिंदर सिंह के नेतृत्व में किसानों का पहला जत्था दिल्ली जाएगा. उनकी यात्रा में हरियाणा के अंबाला, मोहरा अनाज मंडी, खानपुर जट्टान और पिपली में रुकना शामिल होगा. वे रोज सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलने की योजना बना रहे हैं और रात में सड़क पर ही आराम करेंगे.