Cholera : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने देश भर में कॉलरा (हैजा) को लेकर एक गंभीर चिंता जताई है. बीते कुछ सालों में हैजा (कॉलरा) के बढ़ते मामले चिंता का विषय बन गए हैं. हैजा से संक्रमित होने वाले लोगों और मरने वालों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है.
आपको बता दें कि कॉलरा एक संक्रामक बीमारी है. जो विब्रियो कॉलरा (Vibrio Cholerae) नाम के बैक्टीरिया के कारण होती है. यह बैक्टीरिया दूषित पानी, भोजन या किसी अन्य माध्यम से इंसानों के शरीर में फैलता है. साल 2024 में भी हैजा के आंकड़ों का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जो अब भारत के लिए चिंता का विषय बन गया है. मॉनसून के चलते देश के कई इलाके बाढ़ और जल जमाव की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में नदियों और तालाबों के किनारे बसे शहरों और गावों में कॉलरा होने का खतरा अब काफी बढ़ गया है.
कॉलरा के लक्षण
कॉलरा होने पर ज्यादातर लोगों में बहुत कम लक्षण दिखाई देते हैं या फिर कोई लक्षण नहीं दिखता है. WHO के मुताबिक कॉलरा होने पर शरीर में 12 घंटे से लेकर 5 दिन बाद इसके लक्षण विकसित होते हैं. अचानक दस्त लगना, उल्टी होना, मुंह सूखना, बहुत ज्यादा प्यास लगना ये सभी कॉलरा के लक्षण होते हैं.
कॉलरा से बचाव
कॉलरा होने पर सबसे पहले आपको घबराना नहीं चाहिए. इसके बचाव के लिए आपको अपने आस पास साफ सफाई रखना बेहद जरूरी है. कॉलरा से बचाव के लिए पानी को ऊबाल कर पीना चाहिए. समय-समय पर अपने हाथों को अच्छे से धोते रहें. इसके लिए साबुन या हैंडवॉश का इस्तेमाल जरूर करें. स्ट्रीट फूड खाने से बचें. उल्टी या दस्त होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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