Gujarat Weather: दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी गुजरात और सौराष्ट्र-कच्छ तक के इलाके में भारी बारिश से हाहाकार मचा है. बारिश की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है. गुजरात के वडोदरा का हाल बेहाल है. गुजरात के वडोदरा में बारिश थमने के बावजूद, शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी के अपने तटों को तोड़कर आवासीय इलाकों में प्रवेश करने से निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. इमारतें, सड़कें और वाहन पानी में डूब गए. एनडीआरएफ और एसडीआरफ कर्मियों द्वारा लोगों को बचाने का काम जारी है. लोगों के घर डूब गए है. खाने पीने का सामान पानी अपने साथ बहा ले गई..ऐसे में लोगे के सामने सबसे बड़ी समस्या यही बनी कि खाए तो खाए क्या? बच्चे भूख से बेहाल, पर कहते है ना कि जाको राखे सांइया. मार सके ना कोई? इन भीषण परिस्थितियों में वडोदरा के लोगो के लिए खाने पीनेे की व्य्स्थता की श्री स्वामीनारायण मंदिर ने श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था के द्वारा गुरु परम पूज्य महंत स्वामी जी महाराज की आज्ञा से पिछले तीन दिनों से वडोदरा में जो अतिवृष्टि से परिवार फंसे हुए हैं उन्हें फूड पैकेट का वितरण किया गया.
बीएपीएस संस्था के 40 स्वयंसेवक भी जुड़े
इस कार्य में बीएपीएस संस्था के 40 स्वयंसेवक भी जुड़े हुए हैं. डोदरा शहर में बीएपीएस मंदिर के द्वारा हजारों बाढ़ ग्रस्त लोगों के लिए खिचड़ी और अन्य खाद्य सामग्री को फूड पैकेट के रूप में वितरित किया जा रहे है. वडोदरा शहर में बीएपीएस मंदिर के द्वारा हजारों असर ग्रस्त लोगों के लिए खिचड़ी और अन्य खाद्य सामग्री को फूड पैकेट के रूप में वितरित किया जा रहा है
आपको बता दे कि वडोदरा में अपने घरों और छतों पर फंसे लोगों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवानों ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि वडोदरा में अब तक 5,000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1,200 अन्य लोगों को बचाया गया है. और रेस्क्यू का कर्य लगातार जारी है.
यह भी पढ़ें : SC ग्रामीण विकास निधि जारी करने की पंजाब की याचिका पर करेगा सुनवाई, केंद्र सरकार से की गई है मांग