HEALTH ALERT: बदलता लाइफस्टाइल, पॉलुशन और खराब खान-पान की वजह से हमारे शरीर में असमय ही कोई भी बीमारी प्रवेश कर जाती है।
तो, आज के समय में अधिकांश पुरूषों को कम उम्र और जवानी में ही बाल झड़ने और यहां तक कि गंजेपन का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से वो जवानी में ही बूढ़े दिखने लगते हैं।
जिस वजह से आपके आकर्षण पर तो प्रभाव पड़ता ही है। साथ ही, आपका आत्म विश्वास भी कमजोर पड़ने लगता है। कई मर्द तो इस वजह से डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं।
वैसे तो, पुरुषों में बालों का झड़ना.. पोषण की कमी, हार्मोनल बदलाव, तनाव, प्रदूषण, धूम्रपान और आनुवांशिकी की वजह से हो सकता है। और, इस समस्या का कोई इलाज नहीं है।
हालांकि अगर शुरुआत में ही इन लक्षणों पर ध्यान दे दिया जाए तो बालों के झड़ने को रोका जा सकता है। ऐसे में, अगर आप या आपके प्रियजन भी कम उम्र में बाल झड़ने से परेशान हैं तो अपने लाइफस्टाइल में चंद बदलाव कर इस समस्या से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।
तो चलिए, आज बेबाक न्यूज़ लाइव की हेल्थ स्पेशल इस रिपोर्ट में करते हैं बात हेयरलॉस और समय से पहले ही गंजेपन के इलाज के बारे में।
सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि पुरुषों को गंजापन क्यों घेरता है?
तो, आदमियों में गंजापन डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT) हार्मोन की वजह से होता है। जो बालों के रोम छिद्रों को सिकोड़ देता है जिससे बाल पतले हो जाते हैं और बड़ी आसानी से गिरने लगते हैं। पुरुषों में ये ज्यादातर हेयरलाइन, कनपटी और सिर के ऊंपरी हिस्से पर होता है. हालांकि बाल धीरे-धीरे झड़ते हैं।
वहीं, हेयर एक्सपर्ट्स की मानें तो,scroll- प्रोटीन और आयरन से भरपूर संतुलित आहार इस परेशानी से निजात दिलाने में काफी मदद कर सकता है। बालों का झड़ना तनाव और एलोपेसिया एरीटा नाम की एक ऑटोइम्यून बीमारी की वजह से हो सकता है। 21 साल की उम्र से पहले 25 प्रतिशत पुरुषों में बाल झड़ने के लक्षण दिखने लगते हैं और उसके बाद 70 प्रतिशत लोगों में बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। –
साथ ही, आप अपने खानपान में थोड़ा बदलाव कर भी इस समस्या की रोकथाम कर सकते हैं।
अंडे, पालक, बीफ, छोले, कद्दू के बीज और काली बीन्स जैसे खाद्य पदार्थों से भरपूर संतुलित आहार आपके बालों को स्वस्थ और मजबूत रखने में मदद करेगा।
डाइट में बॉडी के लिए जरूरी विटामिन को शामिल करें। विटामिन A,Eऔर विटामिन B को डाइट में शामिल करें। अच्छी डाइट हेयर फॉल से छुटकारा दिलाएगी।
वहीं, जटामांसी एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो बालों के विकास को बढ़ावा देने, उनका झड़ना रोकने और अन्य परेशानियों को दूर करने में बहुत ही ज्यादा असरदार होती है। ये हिमालय, नेपाल, भूटान और सिक्किम जैसी जगहों पर मिलती है।
ऐसे में, जिसके बाल झड़-झड़ कर सिर में गंजापन आ गया है तो जटामांसी किसी रामबाण से कम नहीं है। साथ ही आप इसे कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये सभी तरीके और उपाय तो आपके लिए मौजूद हैं ही। वहीं, अगर आप बालों की थोड़ी केयर खुद भी करेंगे तो भी इस समस्या से निजात मिल सकती है। इसलिए अगर आप प्राकृतिक और सौम्य तरीके से अपने बालों की देखभाल करते हैं तो आपके बालों का झड़ना कम हो सकता है। बालों को सुखाने के लिए ड्रायर और स्टाइलिंग के लिए तरह-तरह की मशीनों और केमिकल का इस्तेमाल उन्हें अंदर से नुकसान पहुंचाता है। इससे बालों के गिरने की संभावना बढ़ जाती है। बालों को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए।
इसके बाद भी अगर आप अपने बालों के झड़ने से काफी परेशान हो गए हैं और कोई भी तरीका काम नहीं कर रहा है तो ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।