राजनीति में कभी भी कोई भी चर्चा शुरू हो सकती है। मोदी सरकार को लेकर तो अक्सर ही खबरें जोर पकड़ती रहती हैं। तो, इस बार महाराष्ट्र की सियासत गरमाई है। आखिर, उद्धव ठाकरे को एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम बनाए जाने की चर्चा जो शुरू हुई है।
और, ये चर्चा किसी और ने नहीं, उत्तराखंड में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है। उन्होंने ये भी कहा है कि उद्धव के साथ विश्वासघात हुआ है।
दरअसल, शंकराचार्य ने सोमवार को उद्धव ठाकरे से उनके आवास मातोश्री पर मुलाकात की। वह ठाकरे के घर एक पूजा समारोह में आए। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और कहा कि उद्धव ठाकरे विश्वासघात के शिकार हुए हैं…. मैं इस बात से काफी दुखी हूं। मेरे साथ अन्य लोग भी काफी दुखी हैं और जनता का यह दुख तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते हैं।
शंकराचार्य स्वामी ने आगे कहा कि- मैंने शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के अनुरोध पर उनसे उनके बांद्रा स्थित आवास पर मुलाकात की। शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे विश्वासघात के शिकार हैं। उद्धव ठाकरे के साथ जो विश्वासघात हुआ है, इससे मैं ही नहीं कई अन्य लोग भी दुखी हैं।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ये भी कहा कि-विश्वासघात सबसे बड़ा पाप है। जो विश्वासघात करता है, वह हिंदू नहीं हो सकता। जो विश्वासघात को सहन करता है, वह हिंदू है।
उद्धव को लेकर दिए गए बयान से पहले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती तब चर्चा में आये थे, जब वो जनवरी में हुए अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए थे।
तो, इससे पहले, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शुक्रवार को शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से
मुलाकात की। बैठक के बाद उद्धव के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफेरेंस में ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर जोरदार निशाना साधा।
ममता ने कहा-संभव है कि भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार (मोदी सरकार- 3.0) ज्यादा दिन नहीं चलेगी। खेला शुरू हो गया है। यह सरकार स्थिर नहीं है।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि ममता दीदी के साथ भाई-बहन का रिश्ता है। इस मुलाकात में राजनीतिक कुछ नहीं है। बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, शिवसेना (यूबीटी) और बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन का हिस्सा हैं.