Exit Poll 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण की वोटिंग जारी है. पंजाब और उत्तर प्रदेश की 13-13 सीटों समेत 7 राज्यों की 57 सीटों पर शनिवार (01 जून, 2024) मतदान हो रहा है. इस बीच एग्जिट पोल 2024 (Exit Poll 2024) की चर्चा होनी शुरू हो गई है. अधिकतर लोग एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल को लेकर भ्रम में रहते हैं. ऐसे में यहां पर हम बता रहे हैं कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में क्या अंतर होता है?
क्या होता है Exit Poll ?
एग्जिट पोल एक तरह से वोटिंग के बाद का एक क्विक सर्वे होता है. वोटिंग के बाद मतदताओं से वोटिंग की जानकारी ली जाती है. उन्होंने किसे वोट किया, किसका पलड़ा भारी है, किन मुद्दों पर वोट किया है, जैसे सवालों से सीट पर हार-जीत का अनुमान लगाया जाता है. इसी डेटा को एग्जिट पोल के रूप में देखा जा सकता है. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि एग्जिट पोल पूरी तरह से रिजल्ट में तब्दील ही हो जाए, ऐसा जरूरी नहीं. एग्जिट पोल कई बार सही भी साबित होते हैं, तो कई बार गलत भी. खैर सही नतीजे ते 04 जून को ही पता चल पाएंगे. औपचारिक तौर पर साल 1996 में पहली बार एग्जिट पोल की शुरुआत हुई, जिसे सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटी (CSDS) ने दूरदर्शन के लिए किया गया था
क्या होता है Opinion Poll?
दरअसल, ओपिनियन पोल (Opinion Poll 2024) में वोटिंग से पहले मतदाताओं के मूड को परखा जाता है. एग्जिट पोल में चुनाव शुरू होने से पहले ही वोटरों से सवाल पूछा जाता है. उन सवालों से उनके मूड को भांपा जाता है, जैसे ओपिनियन पोल क्योंकि प्री पोल सर्वे होता है. इसलिए इसमें चुनाव से पहले पूछा जाता है कि इस बार किसकी हवा है यानी कौन सी सरकार का पलड़ा भारी है. जनता किसे वोट देगी, उनका मूड क्या है? ओपिनियन पोल से पता चलता है कि इस बार जनता का रुझान किस ओर है.