प्रिय दिल्ली वासियों
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव प्रचार करने के लिए मुझे 21 दिन की मोहल्ला दी थी. कल 21 दिन पूरे हो रहे हैं.परसों मुझे सरेंडर करना है. परसों मैं वापस से जेल चला जाऊंगा. मुझे नहीं पता यह लोग इस बार मुझे कब तक जेल में रखेंगे. लेकिन मेरी एक बात सुनिए कि मैं देश को तानाशाही से बचाने के लिए जेल जा रहा हूं. इसके लिए मुझे फक्र है. इन्होंने मुझे कई बार तोड़ने की कोशिश की झुकाने की कोशिश की. मैं नहीं झुका.
जब मैं अभी जेल में था तब उन्होंने कई तरह से मुझे प्रताड़ित किया. इन्होंने मेरी दवाइयां रोक दी. मैं 30 साल से सीरियस डायबिटीज यानी शुगर का मरीज हूं. मुझे चार बार इंजेक्शन लगते हैं इंसुलिन के. जेल में इन्होंने कई दिन मेरे इंजेक्शन को रोक दिया.
मेरी शुगर 300 तक पहुंच गई थी. इतने दिनों तक शुगर इतनी हाई रहती है तो किडनी और लीवर खराब हो जाते हैं. पता नहीं यह क्या चाहते हैं. यह ऐसा क्यों कर रहे हैं. जेल में मैं 50 दिन था और इन 50 दिनों में मेरा 6 किलो वजन कम हो गया.जब मैं जेल गया तो मेरा वजन 70 किलो का था.आज 64 किलो है.जेल से छूटने के बाद भी मेरा वजन नहीं बढ़ रहा है. डॉक्टर कह रहे हैं कि शरीर में किसी बड़ी बीमारी हो सकती है. कई टेस्ट करनी है. मेरी यूरिन में भी कीटोन लेवल बहुत ज्यादा हो चुका है.
सरेंडर करने के लिए लगभग दोपहर 3 बजे अपने घर से निकलूंगा. हो सकता है इस बार यह मुझे और ज्यादा प्रताड़ित करें. लेकिन मैं झुकूंगा नहीं. आप अपना ख्याल रखना. मुझे जेल में आपकी बहुत चिंता रहती है. आप खुश रहेंगे तो आपका केजरीवाल भी खुश रहेगा. मैं बेशक आपके बीच में नहीं रहूंगा लेकिन आप चिंता मत करना. आपके सारे काम चलते रहेंगे. मैं चाहे जहां रहूं अंदर रहूं बाहर रहूं दिल्ली के काम नहीं रुकेंगे. आपकी फ्री बिजली, मोहल्ला क्लीनिक, अस्पताल फ्री दवाई इलाज महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा 24 घंटे बिजली और भी सारे काम चलाते रहेंगे और लौट के हर मां बहन को हजार रुपए महीना देने की भी शुरुआत करूंगा. मैं हमेशा आपके परिवार का बेटा बनकर अपना फर्ज निभाया है.
आज मैं अपने परिवार के लिए आपसे कुछ मांग रहा हूं. मेरे माता-पिता बहुत बुजुर्ग है.मेरी मां बहुत बीमार रहती है.मुझे जेल में उनकी बहुत चिंता होती है. मेरे पीछे से मेरे माता-पिता का ख्याल रखना. उनके लिए दुआ करना. भगवान से प्रार्थना करना. दुआ में बड़ी ताकत होती है. आप मेरी मां के लिए रोज प्रार्थना करेंगे तो वह जरूर स्वस्थ रहेंगे. मेरी पत्नी सुनीता बहुत मजबूत है. उन्होंने जिंदगी के हर मुश्किल वक्त पर मेरा साथ दिया है. जब मुश्किल वक्त आता है तो पूरा परिवार एकजुट हो जाता है. मेरा बहुत साथ दिया है.हम सब मिलकर तानाशाही से लड़ रहे हैं. देश को बचाने के लिए यदि मुझे कुछ हो जाए यदि मेरे प्राण भी चले जाए तो गम मत करना.
आपके प्रार्थनाओं की वजह से आज मैं जिंदा हूं और आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रक्षा करेगा. अंत में बस यह कहना चाहूंगा भगवान ने चाहा तो आपका यह बेटा बहुत जल्द वापस आएगा.
सीएम अरविंद केजरीवाल