कथित शराब घोटाले में फंसी आम आदमी पार्टी अब विदेशी फंडिंग में फंसती दिख रही है. ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपे डोजियर में आम आदमी पार्टी पर अमेरिका-कनाडा समेत कई देशों से फंडिंग लेने का आरोप लगाया है. पार्टी पर 7 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग का आरोप है.
ईडी ने गृह मंत्रालय को बताया है कि आम आदमी पार्टी को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और ओमान जैसे कई देशों से फंडिंग मिली है.
ये भी आरोप लगाया है कि अमेरिका और कनाडा में पार्टी ने फंड जुटाने के लिए कैंपेन चलाया विदेशी फंडिंग के मामले में फंसने से बचने के लिए पार्टी ने अकाउंट बुक में डोनर्स की असली पहचान को भी छिपाया.
AAP ने किन नियमों का किया उल्लंघन?
आम आदमी पार्टी पर फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) की धारा 3 के उल्लंघन का आरोप है. ये धारा राजनीतिक पार्टियों की विदेशी फंडिंग को प्रतिबंधित करती है.
इस कानून की धारा 3 में कहा गया है कि चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार किसी भी सदन का कोई सदस्य, राजनीतिक पार्टी या उसका कोई पदाधिकारी या राजनीतिक संगठन विदेश से चंदा नहीं ले सकता.
इसके अलावा AAP पर जनप्रतिनिधि कानून की धारा 29B का उल्लंघन करने का आरोप भी है. इस कानून की धारा 29B कहती है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी किसी भी विदेशी सोर्स से कोई फंड नहीं ले सकता.
अब आगे क्या?
चूंकि, FCRA से जुड़े मामलों की जांच CBI करती है. इसलिए अब गृह मंत्रालय CBI को FCRA के कथित उल्लंघन पर AAP के खिलाफ केस दर्ज करने को दे सकता है. इस पूरे मामले में पैसों की हेराफेरी के आरोप भी लगाए गए हैं. इसलिए बाद में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच के लिए ED भी केस दर्ज कर सकती है.